Header Ads

Blog Mandli
indiae.in
we are in
linkwithin.com www.hamarivani.com रफ़्तार चिट्ठाजगत
Breaking News
recent

ग़ज़ल

दर्द के ,प्यास के पर क़तर जायेंगे ,
मुद्दतों बाद हम अपने घर जायेंगे ,
रौशनी बंद गलियों में फिरती रही ,
यह अंधेरे दियों को निगल जायेंगे ,
किसने किसको छला कौन कह पायेगा ,
जब हमी में विभीषण निकल आएंगे ,
इस जगह की प्रदूषित है आबोहवा ,
मन की वैतरणी कैसे उतर पाएंगे ?
ठहरे जल में न फेंको कोई कंकडी ,
हम मुसाफिर है यूंही गुज़र जायेंगे //

कोई टिप्पणी नहीं:

© डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह. Blogger द्वारा संचालित.