बिग मून के स्वागत में by डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह12:57 pm ओह ,मेरे प्रिय,दुलारे चाँद, बहुत पहले और मुझसे बाद, आकाश मे अनगिनित वर्षों से , तुम रहे पुरनूर औ आज़ाद, ...Read More
ग़ज़ल by डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह6:50 am ग़ज़ल शब्द नहीं हैं,अर्थ नहीं हैं ,लय का है भारी टोटा / सच मे कहिये,क्या करियेगा ,जब अपना सिक्का खोटा// भूखे ,नंगे,मजलूमों ने तो अपना क...Read More
by डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह12:52 pm गीत मेरी चीख सुनेगा कौन? मैं तो बादल सा आवारा , गाँव शहर की गलियों गलियों , फिरता हूँ पागल ,नाकारा , मुझको लेकर उम्मीदों के सुं...Read More
ग़ज़ल by डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह11:07 pm टूटता है मन,मनोबल टूटता है/ कोई अपना जब अचानक रूठता है // दर्द का सागर सुनामी पालता है / अभिव्यक्ति का ज्वालामुखी जब फूटता है // दूर तक...Read More
by डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह10:46 pm बात की बात में ............................................ बात की बात में कहानी लिख / उम्र को दर्द की जवानी लिख // मां ने पाला जिसे ...Read More