तेजी से आती है ,जाती है नदी , मौसम के गीतों को गाती है नदी , पथरीले पाटों पर ,उमग रहे घाटों पर , प्रथम प्यार की जैसे ,पाती है नदी , मटमैले प...Read More
नदी
Reviewed by डॉ.भूपेन्द्र कुमार सिंह
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7:52 am
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मानवीय मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता ,स्नेह और आत्मीयता के चलते सभी को अपने साथ समेट लेने की आकांक्षा ,पूरी हो ,ना हो पर है तो ,जीवन में सब कुछ चाह कर कहाँ मिल पाता है ?बहुत मिला हार्दिक धन्यवाद