अन्ना जी के लिए ............
जब जुल्म की ताकत टूटेगी ,जब ताज धरा पर आएगा ,
जब सच का सूरज चमकेगा ,जब हर जर्रा मुस्काएगा ,
जब कोटि-कोटि जन सड़कों पर खुद ही आकर छा जायेंगे ,
तब तुम्हे नमन करने को जग के सब मस्तक झुक जायेंगे
जब इन रोशन दीवारों पर सच नयी इबारत लिक्खेगा ,
तब ताप समय के सूरज का सच्चाई जैसा दिक्खेगा ,
फिर एक ज्वार सा जनता का यूं नया उभर कर आएगा,
ले नयी मशालें साहस की,हर बूढा बच्चा गायेगा ,
इस घोर तिमिर के आँगन में ,दिनमान नया उग आएगा
यह कथा सत्य के साहस की युग युग-युग तक दोहराएगा ,
हर राह ,गली ,चौबारे पर जब जन अपना मन खोलेगा ,
हर पर्वत ,नदी,वृक्ष ,पत्ता तक अन्ना-अन्ना बोलेगा ,
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सच्ची बात कहने का ढंग अच्छा लगा एक पंक्ति याद आ रही है
जवाब देंहटाएंसब ठाट धारा रह जायेगा जब लाद चलेगा बंजारा रचना अच्छी लगी , बधाई
रचना का यही सार है , सुंदर अभिव्यक्ति बधाई
यह हक़ीक़त है कि अन्ना को मिला समर्थन अद्भुत है।
जवाब देंहटाएंहमने भी अन्ना को समर्थन दिया जबकि इसी मुददे को लेकर बाबा रामदेव आए तो हमने उन्हें समर्थन नहीं दिया और हमारी तरह और बहुत लोगों ने भी समर्थन नहीं दिया।
जनता ने इतना भारी समर्थन कभी किसी को बाद आज़ादी नहीं दिया।
अच्छा है इस बहाने जनता का काफ़ी ग़ुस्सा रिलीज़ हो गया और अब जनता को ग़ुस्से में आने में समय लग सकता है तब तक नेता जनता को गुमराह करने की पूरी कोशिश करेंगे।
ब्लॉगर्स मीट वीकली (6) Eid Mubarak में आपका स्वागत है।
इस मुददे पर कुछ पोस्ट्स मीट में भी हैं और हिंदी ब्लॉगिंग गाइड की 31 पोस्ट्स भी हिंदी ब्लॉग जगत को समर्पित की जा रही हैं।