राम लला
नेह भरी अँखियाँ जिनकी ,अधरों पै मंद सुहास पला ,
चित चोर गई बांकी चितवन ,जिनमे बसती चितचोर कला ,
गति मति की थाम लई जिन ने ,जिनकी गति मे चमकै चपला ,
राम को नाम सदा कहिये ,पुनि पुनि कहिये श्री राम लला ,//
प्रन की प्रतिभा जग जीत गयी ,जगती जीती अति रण कर के ,
सब संकट काटी के पाटी धरा ,फिर जीता समय क्षण क्षण करके ,
न्योछावर प्रान उदारन पै ,रचि राज दियो कण कण करके ,
यह नेह को नेम रह्यो है सदा ,मिली रोज रहे फिर भी विकला ,
राम को नाम सदा कहिये ,पुनि पुनि कहिये श्री राम लला ,//
राम को नाम सदा कहिये ,पुनि पुनि कहिये श्री राम लला
जवाब देंहटाएं-जय श्री राम!!
ांअपको जन्म दिन की बहुत बहुत शुभकामनायें
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