बाल गीत 3
बिल्ली बोली म्याऊँ-म्याऊँ ,
कितना पाऊँ ,कितना खाऊँ,
चूहा बोला चुन चुन चुन
अपने मन की छेड़ो धुन ,
कुत्ता बोला भों भों भों ,
सारी रात जागा है ,सो ,
गदहे ने ली मीठी तान ,
गुण का जग करता सम्मान ,
उल्लू बोला टों,टों टों ,
अँधियारा तू सबका ढ़ो,
चिड़िया चहकी चीं,चीं ,चीं
चाय बन गयी, उठ कर पी
बहुत प्यारा बालगीत ....
जवाब देंहटाएं