तुम
तुम रहे हो जिंदगी में एक आदत की तरह /
हम जिए तुमको इबादत की तरह //
तुम हमें मुस्कान से छल ने लगे /
आजकल की इस सियासत की तरह //
आँधियों के ढेर पर बैठे हुए /
टूटती/ ढहती रियासत की तरह //
है बहुत संकट मे अपनी बस्तियां /
बेवकूफों मे लियाक़त की तरह //
badia likha hai.
जवाब देंहटाएंबेहतरीन!!
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