गीत
महसूस होती है किसी की कमी धीरे धीरे /
उतरती है आँखों में नमी धीरे धीरे /
कोई यादों की गहराई में ग़ुम है /
आई है याद जो थी थमी धीरे धीरे /
तनावों का अजीब नश्तर है /
कट रही बर्फ इक जमी धीरे धीरे /
मेरी आँखों में देखी क्या कहानी ?
उदासी से भरी इक ग़मी धीरे धीरे /
यूं दुनिया बहुत फानी है हमारी /
मुहब्बत पर इसी में रमी धीरे धीरे //
बहुत सुन्दर रचना
जवाब देंहटाएंएक और अच्छी ग़ज़ल.
जवाब देंहटाएंधीरे धीरे का बहुत अच्चा प्रयोग किया है.