गीत
मुश्किलों में हों जो अगर ,गीत गाइए/
हार भी रहें हों तो फिर जीत जाइये //
रूठिए तो मौसम की तरह ,हंसिये तो ख़ुशी सा ,
मुहब्बत भरे पलों सा यहाँ बीत जाइये //
यूं ही चलन रहा है प्यार का यहाँ .
दुनिया में खुद को बाँट कर के रीत जाइये //
होतें हैं क्यों उदास ,बहुत ज़िन्दगी पड़ी ,
रुकिए कभी तो ,कर के बातचीत जाइये //
उड़िए हवा मे ,तोलिये पंखों की ताब को .
परवाज़ करके लौट ए मनमीत आइये //
SAHI HE
जवाब देंहटाएंNICE
http://kavyawani.blogspot.com/
SHEKHAR KUMAWAT
बढ़िया गीत है!
जवाब देंहटाएंबहुत खूब
जवाब देंहटाएंबहुत अच्छा लिखा है.
जवाब देंहटाएं"....गीत गाइए. हार भी रहें हो तो फिर जीत जाइये"
widget on the left of the blog comes right on the post if I open the blog if I open it in firefox in Ubuntu operating system. May be some problem with settings.
Works OK in windows.